पिछले साल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना थी. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था. इस पूरे घटनाक्रम पर अब प्रियंका गांधी ने एनडीटीवी के साथ इंटरव्यू में अपनी बात रखी है.
प्रियंका गाँधी ने कहा – “मुझे लगता है कि यह कई कारणों से नहीं हो सका. कुछ उनकी ओर से, कुछ हमारी तरफ से थे. मैं इनकी डिटेल्स में नहीं जाना चाहती. मोटे तौर पर कुछ मुद्दों पर सहमत होने में असमर्थता थी, जो चर्चा को आगे बढ़ाने में बाधा बनी.“
राहुल गाँधी और प्रशांत किशोर की हुई थी मुलाक़ात
13 जुलाई 2021 को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की थी। खबरों के अनुसार, जब बैठक हुई तो पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल और हरीश रावत भी राहुल गांधी के आवास पर थे।
कांग्रेस पार्टी से बातचीत का सिलसिला टूटने की खबरें प्रशांत किशोर द्वारा तीखे हमलों की एक सीरीज के साथ सामने आईं थी।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा – “कांग्रेस का नेतृत्व करने का किसी भी व्यक्ति को दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर तब जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में हुए चुनाव में 90 प्रतिशत से अधिक हार गई हो.”