प्रयाग भारत, जसपुर: जसपुर में पाटल से वार कर अपनी चाची को मौत के घाट उतारने वाला शैंकी प्यार में मिले जख्म से आहत था। ब्रह्मचारी बनने की बात कहने पर उसका मां से झगड़ा हो जाता था। आए दिन होने वाले झगड़ों पर चाचा-चाची उसे डांटते-समझाते थे। यही बात उसे नागवार गुजरती थी।
पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि शैंकी किसी युवती से प्रेम करता था। प्रेम कहानी परवान नहीं चढ़ी तो वह नशा करने लगा। परिजनों से ब्रह्मचारी बनने की बात कहता था। इसी बात पर वह मां रेखा चौहान से झगड़ता था। परिवार में आए दिन होने वाले झगड़ों पर चाचा राकेश कुमार और चाची सुनीता देवी भतीजे को समझाने के लिए डांटते रहते थे। उन्हें नहीं मालूम था कि इस डांट-फटकार से भतीजा हिंसक हो जाएगा और चाची की जान तक ले लेगा।
चाचा की भी थी तलाश
घटना के दिन आरोपी के चाचा घर पर नहीं थे। शैंकी को चाचा की भी तलाश थी। चचेरे भाई हर्षित ने जब अपनी उंगली कटी देखी तो वह जमीन पर गिर गया। वह शैंकी का रूप देखकर इतना डर गया था कि अपनी मां को बचाने के बजाय वहां से भाग गया। हर्षित यदि कुछ देर और वहां रुकता तो उसके साथ भी मां जैसा ही सलूक होता।
छह से सात बार किए थे वार
बेटे के हमले में मां रेखा चौहान की दो उंगलियां कटीं हैं। जिस्म पर कई जगह घाव के निशान हैं। शैंकी के चचेरे भाई हर्षित की भी उंगली कटी हैं। दोनों का काशीपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपनी चाची पर लगभग छह से सात वार किए। इससे उसकी गर्दन और मुंह कट गए। वार इतना दमदार था कि जबड़ा तक दिखाई देने लगा था। खून का बहाव न रुकने से उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। शैंकी की हिंसकता को देख टीम ने अन्य परिजनों की सुरक्षा के लिए कड़े बंदोबस्त किए थे।- दीपक सिंह, सीओ