नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाले नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल से बुधवार को गणतंत्र दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। 4 राजपूताना राइफल्स में नीरज चोपड़ा सूबेदार हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सभी 384 लोगों के लिए वीरता पुरस्कार के नामों को मंजूरी दे दी गई है, इसमें 12 शौर्य चक्र, 29 परम विशिष्ट सेवा मेडल, 4 उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 53 अति विशिष्ट सेवा मेडल और 13 युद्ध सेवा मेडल शामिल हैं। इसके अलावा, 122 विशिष्ट सेवा मेडल की घोषणा भी की गई है।
वहीं, इस दौरान 81 सेना मेडल (गैलैंट्री), 2 वायु सेना मेडल, 40 सेना मेडल, 8 नौसेना मेडल, 14 वायु सेना मेडल का भी ऐलान किया गया है। 17 मद्रास के नायब सूबेदार श्रीजीत एम को जुलाई 2021 में जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के दौरान एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। जाट रेजिमेंट के हवलदार पिंकू कुमार को एक ऑपरेशन के दौरान एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा।
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ है इस बार का गणतंत्र दिवस-
इस साल गणतंत्र दिवस परेड भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हो रही है जिसे पूरे देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के 75 विमानों का भव्य फ्लाई-पास्ट, प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 480 नर्तकों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, 75 मीटर लंबाई के 10 स्क्रॉल का प्रदर्शन और 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाने जैसे कार्यक्रम बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार होंगे।
रक्षा मंत्रालय के अपने बयान में कहा-
मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि पहली बार भारतीय वायुसेना ने फ्लाई-पास्ट के दौरान कॉकपिट का वीडियो दिखाने के लिए दूरदर्शन के साथ समन्वय किया है। राफेल, सुखोई, एमआई-17, सारंग, अपाचे, जगुआर,और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान फ्लाई-पास्ट में राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न फॉर्मेशन का प्रदर्शन करेंगे।
साथ ही रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का चयन राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के जरिए किया गया है। प्रतियोगिता ‘वंदे भारतम’ 323 समूहों में लगभग 3,870 कलाकारों की भागीदारी के साथ जिला स्तर पर शुरू हुई थी जिसमें कलाकार दो महीने की अवधि में राज्य और जोनल स्तर तक के कार्यक्रमों में पहुंचे।