रायपुरः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया की राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद पुनिया ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदले जाने पर कोई बात नहीं हुई। इसी के साथ सरकार में चल रहे ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर फिर अल्प विराम लग गया। बैठक में आने वाले चुनाव में सभी संभाग की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई।
पूरे प्रदेश की नजरें दिल्ली की जिस मीटिंग पर लगी थी वह दो बजे खत्म हुई। मीटिंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के बारे में लंबी चर्चा की। कहा जा रहा था कि इस बैठक में प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर जो ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला दिया गया था, उस पर कोई निर्णायक बात होगी। सभी को बैठक खत्म होने का इंतजार था, लेकिन जब तीनों नेताओं ने मीडिया से बात की तो उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा ही नहीं होना कह दिया। भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास पर बात हुई। पीएल पुनिया बोले नेतृत्व परिवर्तन पर कोई बात नहीं हुई और टीएस ने कहा कृषि की स्थिति और प्रदेश में अकाल की जो आशंका है उस पर चर्चा हुई। कुलमिलाकर यदि मीटिंग में ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर कुछ बात हुई भी तो बाहर जाहिर नहीं हुई।
इस फार्मूले के साथ-साथ प्रदेश में बघेल-टीएस के बीच सामंजस्य बनाए रखने की बात भी राहुल के सामने होनी थी। पिछले दिनों सरगुजा के ही बघेल समर्थक विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस पर यह आरोप लगाया था, कि वे उन्हें जान से मरवाना चाहते हैं। इसके बाद टीएस विधानसभा छोड़कर चले गए थे और सरकार से उनकी तकरार बढ़ गई थी। ऐसा समझा जा रहा है कि इस पर भी राहुल ने बैठक में कुछ कहा होगा, लेकिन नेताओं ने इस पर भी फिलहाल कुछ कहने से इनकार कर दिया।
उत्तर प्रदेश के चुनाव पर भी चर्चा
राहुल गांधी ने इस बैठक में भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव से उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों पर भी चर्चा की है। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में इन दोनों नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी देने की भी बात हुई है। दोनों ही नेताओं ने राहुल को किसी भी तरह की मदद करने का वादा किया है।
राजीव भवन के उद्घाटन में शक्ति प्रदर्शन
सत्ताधारी कांग्रेस के शक्ति केंद्रों में टकराव अब सभी को दिखने लगा है। अम्बिकापुर में जिला कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के उद्घाटन के दौरान यह स्पष्ट दिखा। सरगुजा के प्रभारी मंत्री के तौर पर लोकार्पण के लिए संगठन ने प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत को भेजा। टीएस सिंहदेव के समर्थकों ने वहां राजीव भवन का फीता पहले ही कटवा दिया।
प्रदेश में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा खत्म नहीं
विवाद प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के समझौते को लेकर भी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों ऐसे किसी समझौते से फिलहाल इंकार कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक दांव-पेंच से ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा को बल मिलता रहा है।