उत्तर प्रदेश | पुलिस कमिश्नर के पास एक महिला पेश हुई, उसने 20 साल पहले अपनी बहन के देवर पर 2002 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में तेज़ाब फेंकने का आरोप लगाया था। उस वक़्त परिजनों के दबाव में आकर पीड़िता ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया मिटटी दाल दी। मगर उसके बाद आज भी आरोपी द्वारा लगातार धमकी मोलने के कारण पीड़िता अब उसके खिलाफ मुकदमा डाइज करवाना चाहती थी। 20 साल बाद महिला आगरा पुलिस कमिश्नर के सामने पेश हुई और अपनी परेशानी से अवगत कराया. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर थाना एत्तमद्दौला में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. घटना अलीगढ़ की थी, इसलिए पुलिस मुकदमा अलीगढ़ पुलिस को ट्रांसफर कर रही है।
पूरा मामला
पीलाखार की रहने वाली एक महिला की शादी अलीगढ़ में हुई थी। वर्ष 2002 में महिला अपनी की बहन के यहां अलीगढ़ गई थी। वहां उसके देवर ने सात सितंबर 2002 को एसिड फेंक दिया था, जिसके बाद महिला पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाना चाहती थी, लेकिन परिवारजनों के दबाव में महिला ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया था। इस दरम्यान के आरोपी के हौसले बुलंद हो गए हैं और वह उसे आए दिन धमकी देता रहा है। पीड़ित महिला शनिवार को पुलिस लाइन में पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह के सामने पेश हुई। अपने ऊपर हुए एसिड अटैक की उसने मेडिकल रिपोर्ट दिखाई। उसने बताया कि 20 साल पहले मेरे ऊपर एसिड अटैक हुआ था। आरोपी द्वारा उस को लगातार धमकी दी जा रही और मैं मुकदमा दर्ज कराना चाहती हूं। पुलिस कमिश्नर ने पूरा मामला समझ और मेडिकल रिपोर्ट देख एत्माद्दौला थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।
मुकदमा होगा अलीगढ ट्रांसफर
पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि थाना एत्तमद्दौला में एसिड अटैक की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी बहन के देवर ने वर्ष 2002 में उस पर अलीगढ़ में एसिड अटैक किया था। घटना अलीगढ़ की है, इसलिए मुकदमा अलीगढ़ में ट्रांसफर किया जाएगा।