नई दिल्ली | भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला मंगलवार (11 जनवरी) से केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत ने सेंचुरियन में पहला मुकाबला जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी। इसके बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम ने जोहानिसबर्ग टेस्ट जीतकर सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। अब टीम इंडिया की नजर तीसरे टेस्ट में जीत हासिल करने पर होगी। इस मैच पर पिछले दो मुकाबलों की तरह बारिश का खतरा कम है।
मौसम से जुड़ी वेबसाइट एक्यूवेदर.कॉम के अनुसार, केपटाउन में टेस्ट के पहले दिन आसमान पर बादल छाए रहेंगे। बारिश की भी संभावना है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले सत्र का खेल यानि लंच से पहले का खेल बारिश के कारण बर्बाद हो सकता है, लेकिन उसके बाद मौसम साफ हो जाएगा।
मैच के पांचों दिन कैसा रहेगा मौसम?
केपटाउन में 11 जनवरी को बारिश की संभावना 64 फीसदी है। इसके बाद मैच के दूसरे दिन और तीसरे दिन (12 और 13 जनवरी) को बारिश की संभावना बिल्कुल भी नहीं है। चौथे दिन 14 जनवरी को सिर्फ एक फीसदी बारिश के आसार है। वहीं, पांचवें दिन 15 जनवरी को यह बढ़कर सिर्फ 19 फीसद होता है। इस तरह हम कह सकते हैं मैच के पहले दिन को छोड़कर बाकी चारों दिन मौसम साफ रहेगा।
केपटाउन में विकेट से किसे मिलेगी मदद?
केपटाउन के इतिहास को देखें तो यहां खेले गए 58 टेस्ट मैचों में पहली पारी का औसत स्कोर 328, दूसरी पारी का 296, तीसरी पारी का 235 और चौथी पारी का 161 रन है। यहां कि विकेट से हमेशा गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिली है। तेज गेंदबाज बल्लेबाजों को ज्यादा परेशान करने में सफल हुए हैं। न्यूलैंड्स मैदान एक तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। इसलिए यहां की विकेट तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग बन जाती है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैचों में यहां पर तेज गेंदबाजों ने 124 और स्पिनर्स ने 34 विकेट लिए हैं।
केपटाउन में अब तक नहीं जीती टीम इंडिया
न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम में टीम इंडिया ने अब तक पांच टेस्ट मैच खेले हैं। पहली बार 1993 में यहां पर दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ था। तब मैच ड्रॉ हुआ था। उसके बाद 1997 में अफ्रीकी टीम 282 रन से जीती थी। 2007 में उसने भारत को पांच विकेट से हराया था। 2011 में टीम इंडिया मैच ड्रॉ कराने में सफल हो गई थी, लेकिन 2018 में उसे 72 रन से हार मिली थी।
दोनों टीमें:
भारत – विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, प्रियांक पांचाल।
दक्षिण अफ्रीका – डीन एल्गर, टेंबा बावुमा (कप्तान), कगिसो रबाडा, सरेल इरवी, ब्यूरेन हैंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्कराम, वियान मूल्डर, एनरिच नोर्त्जे, कीगन पीटरसन, रसी वान डर डुसेन, कायेल वेरेन, मार्के जेन्सन, ग्लेंटन स्टूर्मैन, प्रेनेलन सुब्रायेन, सिसांडा मगाला, रयान रिकलैंटन, डुआन ओलिवर।