बेंगलुरु | 12 जून, सोमवार को, बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। असम की एक 39 वर्षीय फिजियोथेरेपिस्ट सोनाली सेन दोपहर 1 बजे पुलिस स्टेशन पहुंची और उसने खुद कबूल किया कि उसने कुछ घंटे पहले ही अपनी मां की हत्या की थी और उनके शरीर को एक ट्रॉली सूटकेस में पैक कर दिया था। सेन ने ट्रॉली को थाने में पुलिस के हवाले कर दिया। सूटकेस के अंदर, उसके बहुत पहले गुजर चुके पिता और उसकी मां की एक फ्रेम की हुई तस्वीर भी मिली।
आखिर कैसे हुई माँ की मौत ?
पुलिस के मुताबिक, सेन ने दावा किया कि उसने अपनी मां को ब्लड प्रेशर (बीपी) की 30 गोलियां जबरदस्ती दीं जिसके बाद सुबह 11.30 बजे तक मां को लकवे का दौरा पड़ा और वह तड़पने लगीं। फिर बेटी ने उनका गला घोंट दिया और उनके शरीर को एक ट्रॉली सूटकेस में भर दिया। फिर सोनाली सेन ने एक ऑटोरिक्शा बुक किया और पास के पुलिस स्टेशन पहुंच गई और अपना अपराध स्वीकार किया। सेन ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसने अपनी 71 वर्षीय मां की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस की जांच चालु
पुलिस का कहना है कि सेन काफी तनाव में थी क्योंकि वो अपने परिवार की एकमात्र देखभाल करने वाली थी। परिवार में उसका इंजीनियर पति, ऑटिस्टिक बच्चा, सास और मां शामिल थे। अपने पति के निधन के बाद से सेन की मां इकलौती बेटी के साथ पांच साल से रह रही थीं। जांच में यह भी पता चला कि मां और बेटी के बीच नियमित विवाद होता था और यह 12 जून को हिंसक हो गया, जब मां ने अपनी बेटी को गुस्से में उसे मारने के लिए कहा। पुलिस ने सेन के खिलाफ संज्ञान लेते हुए हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और मां के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।