वैक्सीन लगाने के दौरान किसी भी भ्रम से बचने के लिए, केंद्र सरकार ने राज्यों को विशेष रूप से 15-18 आयु वर्ग के लिए कुछ समर्पित COVID टीकाकरण केंद्र (CVCs) बनाने के लिए कहा है। केंद्र ने टीकाकरण के अगले चरण के रोलआउट की समीक्षा के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक वर्चुअल वर्कशॉप आयोजित की। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, राजेश भूषण ने कहा कि जो COVID टीकाकरण केंद्र टीका लगाने के लिए तैयार किए गए हैं और वहां 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका लगाने की व्यवस्था है तो उनके लिए अलग से एक समर्पित वैक्सीन साइट स्थापित करें। केंद्र ने कहा कि राज्यों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि 15-18 साल के बच्चों के लिए अलग कतार हो और टीका लगाने वाली टीम भी अलग हो।
28 दिनों के बाद ही दूसरी खुराक
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, भूषण ने 15-18 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के संदर्भ में राज्यों को सूचित किया कि टीकाकरण के संबंध में पहले से स्थापित सभी प्रोटोकॉल का पालन 15-18 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण में भी किया जाना है। भूषण ने राज्य को बताया कि 15-18 साल के लाभार्थियों को आधे घंटे तक इंतजार करना होगा और AEFI के लिए उनकी निगरानी की जाएगी और 28 दिनों के बाद ही दूसरी खुराक के लिए पात्र होंगे।
राज्यों को सूचित किया गया कि वे विशेष रूप से 15-18 आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए अलग से COVID CVC स्थापित कर सकते हैं जो बाद में Co-WIN ऐप पर भी दिखाई देगा। समर्पित सीवीसी यह सुनिश्चित करेंगे कि टीकों को लगाने में कोई भ्रम न हो।
पंद्रह से 18 वर्ष की आयु के बच्चे कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिये 1 जनवरी से ‘कोविन’ पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे और उनके लिए टीके का विकल्प केवल ‘कोवैक्सीन’ होगा। तीन जनवरी से बच्चों का कोविड-19 रोधी टीकाकरण शुरू करने की तैयारी चल रही हैं।