चित्रकूट | अभी तक आपने लॉटरी लगने और एटीएम कार्ड बंद होने जैसे कई बहानों को लेकर ऑनलाइन ठगी होने की खबरें खूब सुनी होंगी, लेकिन चित्रकूट में ऑनलाइन ठगी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे पुलिस के साथ-साथ जेल अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है. ”हैलो मैं जेलर बोल रहा हूं आपका भाई जो जेल में बंद है वह बीमार हो गया है इलाज के लिए रुपए खाते में जमा कराओ”…यह ऑनलाइन ठगी करने वालों ने नया तरीका इजाद किया है.
अब ठग फोन पर उन परिवार से संपर्क करते हैं जिनके परिवार के सदस्य जेल में बंद हैं. खुद को जेलर बताकर ठग बंदी की तबियत खराब होने के कारण इलाज के लिए खाते में रुपए जमा कराने के लिए कहते हैं. जानकारी के मुताबिक जिले में पांच ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस व जेल अधिकारी ऐसे ठगों की तलाश में जुटी है.
बुधवार को मऊ थाना क्षेत्र के खंडेहा निवासी रवि कुमार ने पुलिस अधीक्षक को दिए पत्र में बताया कि उसका भाई रोहित एक मामले में जेल में बंद है. सोमवार को उनके नंबर पर फोन आया कि जेलर सुनील सैनी बोल रहे हैं. उनका भाई रोहित जेल में गिरकर घायल हो गया है. उसे रक्त देने की जरूरत है. ऐसे में इलाज के लिए उसके खाते में 13 हजार 700 रुपए जमा करा दें. भाई के इलाज के लिए उन्होंने बताए गए खाता नंबर पर दो किश्त में रुपए जमा कराए. इसके बाद बुधवार को जेल में जाकर भाई का हाल-चाल जानने का प्रयास किया तो पता चला कि वह बिलकुल स्वस्थ है. जेल से किसी ने भी फोन कर रुपए नहीं मांगे थे.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने जेल के अधिकारियों से जानकारी मांगी है. सर्विलांस के जरिए फ्रॉड करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है. उधर, जेल अधीक्षक शशांक पांडेय ने बताया कि उनके जेल में सुनील नाम का कोई जेलर नहीं है. उनके यहां से कोई फोन नहीं किया गया है. यह आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का काम है. ऐसे किसी मामले के सामने आने पर बंदी के परिजन जेल आकर स्वयं बंदी व अधिकारियों से जानकारी ले सकते हैं. गौरतलब है कि जिले में इस तरह के पांच और मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस व जेल विभाग जांच करा रहा है.