हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लैब टू लैंड’ दृष्टिकोण से प्रेरित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ भारत की कृषि संरचना को जमीनी अनुभवों के आधार पर नए सिरे से परिभाषित करेगा।
उन्होंने यह बात आज नई दिल्ली में आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की वृहद समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद कही।
उन्होंने जानकारी दी कि अब यह अभियान रबी सीजन से पहले भी चलाया जाएगा, जिससे हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्यों को अधिक लाभ मिलेगा। “किसानों की ज़मीनी समस्याओं को जानने के लिए वैज्ञानिक सीधे खेतों में गए, और अब उनके अनुभवों के आधार पर एक व्यावहारिक कार्य योजना तैयार की जा रही है।
उन्होंने विकसित कृषि संकल्प अभियान के वैज्ञानिक दृष्टिकोण की सराहना की और कहा, “कृषि केवल योजनाओं से नहीं, खेतों में जाकर अनुभव से आगे बढ़ती है।
बैठक में विभिन्न राज्यों के कृषि मंत्रियों के अलावा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।