Zindademocracy

UP CM stresses need for sensitive utilisation of technology for a strong, peaceful nation

Lucknow | Emphasising that peace and harmony cannot be achieved without valour, Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath on Wednesday urged citizens to dedicate themselves with utmost honesty to eliminate poverty, anarchy and inequality in the next 25 years to build a powerful, self-reliant nation.

While paying rich tributes to ‘Awadh Kesari’ Rana Beni Madhav Baksh Singh for his unparalleled sacrifice, indomitable spirit and valour on his 218th birth anniversary in Rae Bareill, CM Yogi said that Rana Beni Madhav Baksh Singhji freed the entire Awadh region from British tyranny 90 years before India attained freedom for a period of nearly 1.5 years.

India under PM Modi led world’s fight against Covid-19 prioritising humanity, says Yogi

“Rana Beni Madhav Baksh Singhji and Veera Pasiji not only led the freedom struggle in the Awadh region during India’s first war of Independence in 1857, but also inspired generations to continue fighting against slavery and for India’s independence with dedication till it was attained,” said Yogi Adityanath during the ‘Bhav Samarpan Samaroh’.

UP CM pays tribute to the spirit & valour of Rana Beni Madhav Baksh Singh & Veera Pasi

Stating that all Indians are extremely fortunate to witness India’s Azadi ka Amrit Mahotsava, the Chief Minister said that every citizen must work to fulfil the resolutions laid by the Prime Minister to achieve the goal of India we dream of in the next 25 years. “To bring India at par with other leading nations in the world, we as citizens must discharge our duties towards the nation with utmost honesty and dedication,” emphasised the CM.

CM Yogi said that every citizen and the section that they represent in society must ensure their maximum and honest contribution towards building a self-reliant nation and a super power.

Poverty, anarchy & inequality must be eliminated from India in next 25 yrs with combined efforts of Govt & public: Yogi

While the government has prioritised development of the state and is working in that direction by preparing strategies and forming roadmaps, every citizen must also contribute to achieve the goal of an India where there is no place for poverty, inequality, anarchy, and an India which is seen leading the world towrds humanity, peace and harmony, Yogi said.

CM Yogi attends ‘Bhav Samarpan Samaroh’ on the occasion of 218th birth anniversary of ‘Awadh Kesari’ in Rae Bareilly

He went on to say that the contribution of Prithviraj Chouhan, Maharana Pratap Singh and Guru Gobind Singhji was towards ending the foreign rule that was present in India during their times. “Although Indians never accepted British rule, in 1857, entire India fought unitedly against the Britishers and with presence of great revolutionaries like Mangal Pandey, Rani Lakshmibai, Kotwal Dhan Singh, the land of Uttar Pradesh sparked the fire for independence during the first war of independence,” said Yogi.

The events in Uttar Pradesh— Chauri Chaura in Gorakhpur (1922), Kakori Train Action near Lucknow (1925) — and many other countless places strengthened country’s fight for freedom, he added.

On the occasion, the CM also extended his greetings to Subedar Major Sanjay Kumar, recipient of the Param Vir Chakra, India’s highest military award, saying that “our soldiers and warriors have showed their valour in every hour of need and their contribution is unmatched in ensuring country’s progress.”

During the Covid-19 pandemic, India under the leadership of PM Modi, carried forward its relentless fight, giving priority to humanity. The government made the best use of technology and conveyed its sentiments to the common man during crisis, said the CM, stressing, “utilisation of technology with sensitivity is the need of today which will ensure a prosperous and peaceful future of the nation.”

Furthermore, Yogi urged colleges and all educational institutions to prepare a framework in a manner that the youth and upcoming generations are made aware of the sacrifices and the contribution of known and unsung heroes of the country. “Colleges should not just present degrees to the students, but also encourage research and documentation to create awareness,” he said.

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Budget 2022 : मनमोहन बनाम मोदी, जनिए किस सरकार ने वसूला ज़्यादा TAX नई दिल्ली | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट पेश करेंगी. बजट में एक आम आदमी की नजर इनकम टैक्स में छूट पर ही रहती है. कोरोना महामारी के चलते आम आदमी की कमाई बहुत प्रभावित हुई है, इसलिए इस बार आम आदमी इनकम टैक्स कोई बड़ी घोषणा की उम्मीद कर रहा है. मोदी सरकार में बढ़ी टैक्स-फ्री इनकम मोदी सरकार में टैक्सपेयर्स को राहत देने की कोशिश हर बजट में की गई है. मनमोहन सरकार (Manmohan Government) में सालाना 2 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता था. 2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार (Modi Government) ने अपने पहले ही बजट में इसकी सीमा बढ़ाकर 2.5 लाख तक कर दी थी. यानी, सालभर में अगर 2.5 लाख रुपये तक कमाते हैं तो कोई टैक्स नहीं देना होगा. आया नया इनकम टैक्स सिस्टम 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया था, उसमें उन्होंने एक नई टैक्स व्यवस्था पेश की थी. नई स्कीम में ये कहा गया कि अगर आप सारी छूट छोड़ देते हैं तो आपको कम टैक्स देना होगा. नई स्कीम में नए स्लैब भी जोड़े गए. वहीं, पुरानी स्कीम उन लोगों के लिए थी जो छूट का लाभ लेते थे और कई जगह निवेश करते थे. मोदी सरकार में इनकम टैक्स को लेकर क्या-क्या बदलाव हुए? ये जानने से पहले ये समझना जरूरी है कि मनमोहन सरकार और मोदी सरकार में कितनी कमाई पर कितना टैक्स लगता था. इसे आप इस टेबल से समझ सकते हैं. मोदी सरकार में इनकम टैक्स में हुए बदलाव 2014 : टैक्स छूट सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई. वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये सीमा 2.5 लाख से 3 लाख हुई. साथ ही सेक्शन 80C के तहत, टैक्स डिडक्शन की लिमिट 1.1 लाख से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये हुई. होम लोन के ब्याज पर टैक्स छूट की सीमा 1.5 लाख से बढ़ाकर 2 लाख की गई. 2015 : सेक्शन 80CCD (1b) के तहत एनपीएस में निवेश पर 50,000 रुपये की टैक्स छूट. 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की सालाना कमाई करने वालों पर सरचार्ज 10 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किया गया. 2016 : सालाना 5 लाख से कम कमाने वालों के लिए टैक्स रिबेट 2,000 से बढ़ाकर 5,000 रुपये की गई. घर का किराया देने वालों के लिए टैक्स छूट 24,000 से बढ़ाकर 60,000 की गई. घर खरीदने वालों को 35 लाख रुपये तक के लोन पर ब्याज के लिए 50,000 रुपये की टैक्स छूट दी गई. 1 करोड़ से ज्यादा कमाने वालों पर सरचार्ज 15 फीसदी किया गया. 2017 : सभी टैक्सपेयर्स को 12,500 रुपये की टैक्स छूट दी गई. सालाना 2.5 लाख से 5 लाख तक कमाने वालों के लिए टैक्स रेट 10% से घटाकर 5% किया गया. 50 लाख से 1 करोड़ तक कमाने वालों पर 10 फीसदी सरचार्ज लगाया गया. 2018 : सैलरीड क्लास वालों के लिए 40,000 रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन को वापस लाया गया. इसके बदले में 15,000 रुपये के मेडिकल रिइंबर्समेंट और 19,200 रुपये के ट्रांसपोर्ट अलाउंस पर टैक्स छूट खत्म की गई. सेस 3% से बढ़ाकर 4% किया गया. वरिष्ठ नागरिकों की 50,000 रुपये तक की इंटरेस्ट इनकम को टैक्स छूट दी गई. साथ ही 50,000 रुपये तक मेडिकल खर्च पर टैक्स छूट क्लेम करने की भी सुविधा दी. 2019 : टैक्स रिबेट की लिमिट 2,500 से बढ़ाकर 12,500 रुपये की गई. स्टैंडर्ड डिडक्शन को 40,000 से बढ़ाकर 50,000 किया. किराए पर टीडीएस की सीमा 2.40 लाख रुपये की गई. पहले ये सीमा 1.80 लाख रुपये थी. बैंक या डाकघरों में जमा रकम पर आने वाले 40,000 रुपये तक के ब्याज को टैक्स फ्री किया गया. 2020 : नई इनकम टैक्स स्कीम की घोषणा की गई. अब टैक्सपेयर्स के पास इनकम टैक्स स्लैब के दो ऑप्शन हैं. पुरानी स्कीम में सारी छूट का लाभ मिलता है, लेकिन नई स्कीम में किसी छूट का लाभ नहीं मिलता है. अगर किसी भी तरह की कोई छूट नहीं लेते हैं तो नई स्कीम से टैक्स जमा कर सकते हैं. 2021 : 75 साल से ज्यादा उम्र के पेंशनर्स को टैक्स रिटर्न फाइल करने की छूट मिली, बशर्ते उनकी कमाई पेंशन और बैंक से मिलने वाले ब्याज से होती हो. पिछले बजट में इनकम टैक्स को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई थी.

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