उत्तर प्रदेश | आपको वह खूबसूरत गुलाबी मीनाकारी कफलिंक और ब्रोच सेट याद होंगे, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिनेवा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को उपहार में दिया था? वाराणसी के इस तरह के प्रोडक्ट अब उत्तर प्रदेश की लोकप्रिय ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ODOP) योजना के अगले संस्करण का मुख्य आकर्षण बन रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना, एमएसएमई) नवनीत सहगल ने लखनऊ में मीडिया बताया कि यूपी सरकार अब राज्य के सभी जिलों में पेट्रोल पंपों, रेलवे स्टेशनों और बैंक परिसरों में ODOP उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारतीय रेलवे और बैंकों के साथ गठजोड़ कर रही है।
सहगल ने बताया कि आईओसी हमें पेट्रोल पंपों पर जगह देने के लिए तैयार है। रेलवे स्टेशनों पर एक ओडीओपी की दुकान होगी, जहां हमारे कारीगर बैठेंगे। सभी बैंकों के पास भी ऐसा ही प्रस्ताव भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश भी इस योजना को अपना रहा है। अरुणाचल प्रदेश की एक टीम ने भी इसे समझने के लिए हाल ही में यूपी का दौरा किया था। इस योजना में कई जिलों से एक अतिरिक्त उत्पाद जोड़ने के लिए सुधार किया गया है, क्योंकि यूपी सरकार ने पाया कि कई मामलों में एक जिला कम से कम 2 स्थानीय उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। ऐसे में ‘एक जिला एक उत्पाद’ के तहत, अब तक उस जिले का एक ही फेमस प्रोडक्ट स्कीम में शामिल हो पा रहा था, जिसमें सुधार किया गया है।
वाराणसी से गुलाबी मीनाकारी ओडीओपी योजना में शामिल होने वाला जिले का नवीनतम प्रोडक्ट है। नवनीत सहगल ने कहा कि वाराणसी में गुलाबी मीनाकारी बनारसी साड़ियों की तरह लोकप्रिय है। काशी के कारीगरों ने इस कला को जीवित रखने के लिए पीढ़ियों से कड़ी मेहनत की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जिनेवा में जी7 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को यूपी में बना गुलाबी मीनाकारी कफलिंक और ब्रोच सेट उपहार में दिया था। उन्होंने दुनिया के अन्य नेताओं को भी उपहार में ओडीओपी उत्पाद भेंट किए थे। गुलाबी मीनाकारी में गुलाबी रंग का उपयोग किया जाता है, जो इस शिल्प को अपना नाम देता है।
इस योजना के दायरे का विस्तार करने के हिस्से के रूप में यूपी के 75 जिलों में से लगभग 36 जिलों में अब एक अतिरिक्त उत्पाद जोड़ा गया है। क्योंकि राज्य के कई जिले ऐसे हैं, जहां स्थानीय विशिष्टताओं को प्रदर्शित करने के लिए एक से अधिक उत्पाद हैं। जैसे अलीगढ़ से ताले और हार्डवेयर के अलावा, धातु हस्तशिल्प को ओडीओपी की सूची में जोड़ा गया है। बरेली में जरी-जरदोजी के अलावा सर्राफा उद्योग को ओडीओपी से जोड़ा गया है। मथुरा में सैनिटरी फिटिंग के मूल उत्पाद के अलावा ठाकुर जी, भगवान कृष्ण की पोशाक और श्रृंगार मूर्तिकला को ओडीओपी से जोड़ा गया है।
इसके अलावा रामपुर में जरी पैचवर्क और मेंथाॅल प्रोडक्शन को ओडीओपी से जोड़ा गया है।