उत्तर प्रदेश | यूपी के कानपुर जनपद के एक निजी स्कूल में प्रातः प्रेयर के दौरान कलमा पढ़ाने का मामला सामने आया है, जहां अभिभावकों और हिन्दू संगठनों के हंगामे के बाद मौके पर कमिश्नरेट पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। अधिकारियों ने किसी तरह से सभी को शांत करवाकर मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि हिंदू संगठन स्कूल के शुद्धिकरण और तालाबंदी के जिद पर अड़ गए।
स्कूल में बच्चों को प्रार्थना के दौरान सभी धर्मों की वंदना कराई जाती थी। वहीं प्रार्थना के दौरान कलमा पढ़वाने के मामले को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्कूल में पहुंचकर अभिभावकों के साथ शिकायत की आवाज बुलंद की। वहीं स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि स्कूल की डायरी में सभी धर्मों की प्रातः वंदना है, जिसे सभी बच्चों को कराया जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है, जिसमें किसी भी अभिभावक द्वारा आपत्ति नहीं जताई गई। आज आपत्ति जताने का मामला जब सामने आया तो स्कूल प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वार्ता करके इस बात का आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में स्कूल में किसी भी तरह की प्रार्थना नहीं होगी बल्कि सिर्फ राष्ट्रगान बच्चों को प्रार्थना में करना होगा।
स्कूल में प्रार्थना करवाने पर अब लगी रोक
स्कूल प्रबंधक अंकिता इस बात के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को भी आश्वस्त किया कि भविष्य में किसी भी धर्म की प्रातः वंदना नहीं होगी। इस पूरे मामले में बच्चे के अभिभावक का कहना है कि उन्होंने अपने बच्चे को कई स्कूलों में पढ़ाया, लेकिन ऐसा किसी भी स्कूल में नहीं है जहां कलमा उन्हें पढ़ाया जाए। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की है। हंगामे और विरोध की आवाज जब पुलिस के पास पहुंची तो मौके पर एसीपी सीसामऊ निशांत शर्मा पहुंच गए। उनके साथ में एसीएम ए सरोज भीं मौजूद थे। निशांत शर्मा ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जब स्कूल प्रशासन से बात हुई तो स्कूल प्रशासन ने प्रार्थना को रोक दिया है। वहीं पूरे मामले पर एसीएम का कहना है कि अगर कोई अभिभावक लिखित शिकायत देता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।