नई दिल्ली | अमेरिका के अखबार न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपनी एक इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने 2017 में इजरायल के साथ एक बड़े हथियार सौदे के तहत स्पाइवेयर टूल पेगासस खरीदा था। स्पाइवेयर इजरायल के ही एनएसओ ग्रुप द्वारा तैयार किया गया था और यह स्मार्टफोन को हैक करने उसे पूरी तरह कंट्रोल करने में सक्षम है।
इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद भारत में एक बार फिर पेगासस मुद्दा गरमा गया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है तो दूसरे विपक्षी नेता भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
2 बिलियन डॉलर की आर्मस डील का हिस्सा था पेगासस – रिपोर्ट
जुलाई 2021 में, फॉरबिडन स्टोरीज के नेतृत्व में वाशिंगटन पोस्ट और द वायर सहित 16 मीडिया पार्टनर्स की सामूहिक रिपोर्ट में पूरी दुनिया में पेगासस के इस्तेमाल का खुलासा हुआ था। भारत में, एमनेस्टी इंटरनेशनल की सिक्योरिटी लैब द्वारा किए गए फोरेंसिक जांच के बाद पेगासस के 10 से अधिक मामलों का पता चला था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भारत ने स्पाइवेयर की खरीद भारत और इजरायली सरकारों के बीच करीब 2 बिलियन डॉलर की आर्मस डील के साथ की थी। रिपोर्ट के मुताबिक ये आर्म डील 2017 की है, जब प्रधानमंत्री मोदी इजरायल दौरे पर जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री थे।
मोदी सरकार ने किया देशद्रोह – राहुल गांधी
मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फ़ोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है।
मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है। pic.twitter.com/OnZI9KU1gp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 29, 2022
पेगासस मामला में इस अहम खुलासे के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि – मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राजनेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस खरीदा था. फोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है. ये देशद्रोह है. मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है.”