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Whatsapp का ये नया फीचर ग्रुप एडमिन की बढ़ा सकता है मुश्किलें हाईकोर्ट ने कहा था कि यदि कोई मेंबर ग्रुप पर कंटेंट भेज रहा है तो इसपर एडमिन का किसी तरह का नियंत्रण नहीं है इसलिए उसे दोषी ठहराना ठीक नहीं।

नई दिल्ली | अगर आप किसी व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन हैं तो आपकी जिम्मेदारियां बढ़ने वाली हैं और अगर आपने ये जिम्मेदारियां ठीक से नहीं निभाई तो आपकी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। दरअसल, मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप कस्टमर्स के लिए नया फीचर लाने की तैयारी में है। इस फीचर में अब एडमिन के पास ग्रुप के किसी भी मेंबर का मैसेज डिलीट करने का अधिकार होगा।

लेकिन इसके साथ ही एडमिन की समस्याएं भी बढ़ सकती हैं, क्योंकि अगर वो किसी का भेजा हुआ कोई आपत्तिजनक मैसेज डिलीट नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।

व्हाट्सएप ट्रैकिंग वेबसाइट ‘WABetaInfo’ के अनुसार, व्हाट्सएप ने ‘बीटा टेस्टर्स’ के लिए ‘डिलीट फॉर ऑल’ फीचर उपलब्ध करा दिया है। अगर कोई मैसेज ग्रुप में एडमिन की तरफ से डिलीट किया जाता है तो मेंबर्स को दिखाई देगा कि एडमिन ने कोई मैसेज डिलीट किया है।

इससे पहले व्हाट्सएप ने बताया था कि वो एक ऐसे नए फीचर पर काम कर रहे हैं जिससे नए मेंबर को ग्रुप में जोड़ने से पहले उन्हें अनुमति लेनी होगी। जबकि व्हाट्सएप का कहना है कि इसका उद्देश्य ग्रुप में कंटेंट के लिए बेहतर मॉडरेशन को ध्यान में रखते हुए एडमिन को सशक्त बनाना है।

इससे पहले फरवरी में हाईकोर्ट ने कहा था कि किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट के लिए ग्रुप एडमिन जिम्मेदार नहीं होगा। कोर्ट ने ये फैसला पोक्सो कानून के तहत दर्ज एक केस को खत्म करते हुए सुनाया था। इस केस में एक मेंबर ने बच्चे से जुड़ी कोई आपत्तिजनक सामग्री ग्रुप पोस्ट में कर दी थी जिसके लिए एडमिन को जिम्मेदार ठहराया गया था।

हाईकोर्ट ने कहा था कि यदि कोई मेंबर ग्रुप पर कंटेंट भेज रहा है तो इसपर एडमिन का किसी तरह का नियंत्रण नहीं है इसलिए उसे दोषी ठहराना ठीक नहीं।

एक और मामले में, बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक एडमिन के खिलाफ केस का निपटारा करते हुए कहा था – “उनसे यह उम्मीद नहीं की जा सकती है कि ग्रुप के सदस्य क्या पोस्ट कर सकते हैं इसकी उन्हें पहले से जानकारी होगी।”

पोस्ट करने से नहीं रोक सकता एडमिन
हालांकि, व्हाट्सएप के नए फीचर को रोल आउट करने से एडमिन की ये सहूलियत खतरे में पड़ सकती है।

बॉम्बे हाईकोर्ट के एक वकील अमेय सिरसीकर ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा – “अगर किसी ग्रुप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजा जाता है और एडमिन, जिसके पास अब इसे डिलीट करने का अधिकार है, मैसेज देखने के बाद अपने पावर का इस्तेमाल नहीं करता है, तो ऐसी स्थिति में उसके खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकता है।”

“दूसरी ओर, ग्रुप पर जो पोस्ट किया जा रहा है, उसे एडमिन रोक नहीं सकता है. जब कोई मैसेज ग्रुप पर पोस्ट किया जाता है, तभी उसे हटाया जा सकता है। यह एडमिन को ग्रुप पर पोस्ट की जा रही चीजों को पहले से सेंसर या मॉडरेट करने की शक्ति नहीं देता है, इसलिए ये पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं है।”

हाल ही में व्हाट्सएप ने एक ग्रुप में अधिकतम लोगों की संख्या बढ़ाकर 512 कर दी है।

 

 

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