कीव : यूक्रेन और रूस के बिच जुंग शुरू हो चुकी है। रूस ने गुरुवार सुबह एलान कर दिया है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज ही मिलिट्री ऑपरेशन का ऑर्डर दिया था। हालांकि, पुतिन का कहना है कि उनका मकसद यूक्रेन को हथियाना नहीं है, बल्कि वो शांति स्थापना के लिए ऐसा कर रहे हैं।
वहीं, कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया वेबसाइट्स के मुताबिक, रूस ने क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल के साथ ही यूक्रेन पर साइबर अटैक किए हैं. अचानक के यूक्रेन के सरकारी संस्थाओं के कंप्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया है। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसके हिसाब से यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट बैंक और दूसरे संस्थाओं के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को रूस ने निशाना बना कर साइबर अटैक करना शुरू कर दिया है।
सरकारी वेबसाइट और संसद की वेबसाइट भी निशाना-
Reuters की एक नई रिपोर्ट सामने आई है जिसके हिसाब से यूक्रेन पर एक बार फिर से साइबर अटैक किया गया है. इस अटैक में देश के तमाम बैंक्स की वेबसाइट्स, डिफेन्स सेक्टर और सरकारी एजेंसी पर हमला किया गया है. एक अलग मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के संसद की वेबसाइट को भी निशान बनाया गया है. इंटरनेट ब्लॉकेज को चेक करने वाले प्लेटफॉर्म NetBlocks के हिसाब से यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट का कनेक्शन भी बार-बार ड्रॉप-ऑफ होता दिखाई दे रहा है।
रूस का साइबर हमला
इस सब का यह मतलब है कि सैन्य हमले के साथ-साथ रूस साइबर हमले में भी पीछे नहीं है. यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट और बैंक वेबसाइट्स को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और Economist की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साइबर हमले की मदद से इन्टेलिजेन्स गैदरिंग की जा रही है जिसकी मदद मिलिटरी ऑपरेशन ले सके और युद्ध भूमि में उनके काम आ सके. साथ ही, इस साइबर युद्ध के जरिए यूक्रेन के क्रिटिकल सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी निशाना बनाया जा रहा है.‘