नई दिल्ली | राहुल गांधी ने संसद की सदस्यता खोने के बाद आज शनिवार दोपहर 1 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए कहा, मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी का नरेंद्र मोदी जी से क्या रिश्ता है? यह मैं पूछता रहूंगा. मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं। मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा। मैं किसी से नहीं डरता।
अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया। उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया। मोदी जी और अडानी का रिश्ता काफी पुराना है। जब नरेंद्र मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे, तब से रिश्ता है। मैंने हवाई जहाज में बैठे उनकी फोटो भी दिखाई है। वह अपने मित्र के साथ बड़े आराम से बैठे हुए थे।
अडानी की शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ किस ने इन्वेस्ट किये
मैंने संसद में यह सवाल पूछा कि अडानी जी की शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ किस ने इन्वेस्ट किया। यह रकम किसकी है। मैंने संसद में बताया कि पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या रिश्ता है। मीडियो रिपोर्ट्स के हवाले से मैंने उन्हें सबूत भी दिये। मैंने स्पीकर को पत्र लिखा, लेकिन मेरी शिकायत का कोई जवाब नहीं आया। राहुल गांधी ने कहा कि अडानी भ्रष्ट हैं, उन्हें क्यों बचाया जा रहा है।
मैं डर कर चुप बैठने वालों में से नहीं ! – राहुल गाँधी
इस क्रम में राहुल गांधी ने कहा, देश में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। लोकतंत्र खत्म हो गया है। संसद में मंत्रियों ने मेरे खिलाफ झूठ बोला। संसद से मेरे भाषणों को हटा दिया गया। उन्होंने कहा… मैं सवाल पूछना नहीं बंद करूंगा. मैं डरने वाला नहीं हूं। राहुल गांधी ने कहा कि देश में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। कहा कि मुझे धमका कर चुप नहीं कराया जा सकता। कहा कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बारे में संसद में झूठ बोला गया, मैंने अपनी बात रखी तो जवाब नहीं आया।
मैं सावरकर नहीं गाँधी हूँ ! – राहुल गाँधी
राहुल गांधी ने कहा कि आज के हिंदुस्तान में पार्टियों को मीडिया और बाकी संस्थाओं से जो सपोर्ट मिलता था, वह अब नहीं मिलता है। मोदी सरनेम पर सजा मिलने के सवाल पर राहुल ने कहा, यह OBC का मामला नहीं है। यह मोदी जी और अडानी के रिश्ते का मुद्दा है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिये गये मेरे बयानों को अगर आप देखेंगे तो मैंने कभी भी ऐसी बात नहीं कही है। उन्होंने कहा – सब एक हैं, देश में भाईचारा हो। यह मेरे जीवन की तपस्या है। चाहे मुझे जेल में डालें, मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने माफी मांग के सवाल पर कह। गांधी कभी माफी नहीं मांगता। मैं सावरकर नहीं हूं।