हल्द्वानी – पहाड़ी आर्मी ने हल्द्वानी मेयर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि हल्द्वानी कुमाऊं की राजधानी है जहां पहाड़ी हिंदू समुदाय बहुसंख्यक है, फिर भी हमारी सांस्कृतिक पहचान लगातार मिट रही है। पहाड़ी सेना के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने मेयर गजराज सिंह बिष्ट के समक्ष मांग रखी कि बहुसंख्यक पहाड़ी हिंदू समुदाय की आकांक्षाओं के अनुरूप हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा चौक का नाम बदलकर श्री गोलज्यू चौक और काठगोदाम का नाम बदलकर नारीमन माता जिया रानी चौक रखा जाए क्योंकि ये विभूतियां हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान की परिचायक हैं।
यह क्षेत्र न्याय के देवता श्री गोलज्यू के आशीर्वाद और उत्तराखंड की ऐतिहासिक कत्यूरी माता जिया रानी के शौर्य और बलिदान से धन्य है। आज हमारे बच्चे और युवा अपनी संस्कृति की जड़ों से कटते जा रहे हैं क्योंकि सरकार और प्रशासन ने हमारे समाज के इतिहास को नजरअंदाज किया है जिसके कारण हमारा पहाड़ी हिंदू समाज अपने ही राज्य में कमजोर होता जा रहा है।
यहां हमारी भाषा, त्यौहार, ऐतिहासिक घटनाएं, देवी-देवता, परंपरा और संस्कृति तथा वीर और बलिदानी पुरुषों और महिलाओं को कोई सरकारी मान्यता नहीं मिली है। हमारे लोगों को दूसरे राज्यों के प्रतीकों और नायकों को अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है क्योंकि बच्चों और युवाओं को किसी भी स्कूल में उनके प्रतीकों के बारे में नहीं पढ़ाया जाता है और न ही किसी चौक या सामाजिक स्थान के माध्यम से उनकी स्मृति को उजागर किया गया है।
इस स्थिति को बदलने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है। पहाड़ी हिंदू सशक्तिकरण अभियान के संयोजक विनोद शाही ने कहा कि अगर इसे ठंडे बस्ते में डाला गया और हमारे पहाड़ी हिंदू समुदाय को फिर से नजरअंदाज किया गया और अन्य लोगों/समुदायों/संप्रदायों को महिमामंडित किया गया, तो हम इसका विरोध करेंगे। इस दौरान नगर अध्यक्ष भुवन पांडे, कोषाध्यक्ष भगवंत सिंह राणा, जिला संगठन महामंत्री राजेंद्र कांडपाल, जिला कोषाध्यक्ष बलबीर जोशी, अरुण शाह, गौरव गोस्वामी, विनोद नेगी आदि मौजूद रहे।