पटना । कांग्रेस समेत देश के प्रमुख 17 विपक्षी दलों ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में उखाड़ फेंकने का ऐलान आज बिहार की राजधानी पटना से कर दिया। विपक्षी एकता के शिल्पकार बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 100 सीटों के भीतर समेट देंगे।
हम फिट हैं, मोदी को फिट कर देंगे
अर्से बाद किसी राजनीतिक बैठक में शिरकत कर पूर्व मुख्यमंत्री और पिछड़ों के सबसे बड़े नेता लालू प्रसाद यादव ने अपने अंदाज में कहा कि वे अब पूरी तरह फिट हैं, मोदी को भी फिट कर देंगे।
अब बजरंगबली जी हमारे साथः लालू
लालू ने राहुल गांधी की पीठ थपथपाई कि लोकसभा में वह अच्छा काम कर रहे हैं। अदाणी का मामला देश हित में उठाया। बजरंगबली अब हम लोगों के साथ हैं, कर्नाटक में उनका गदा बीजेपी पर चल गया और राहुल की पार्टी जीत गयी।
राहुल दूल्हा बनें तो लालू बन जाएंगे बाराती
लालू ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को शादी करने की सलाह भी दी और कहा कि राहुल दूल्हा बनें तो वे सब बाराती बनेंगे। भले ही लालू ने यह बात हल्के फुल्के महाौल में कही हो लेकर इसके अपने राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बुलावे पर 6 मुख्यमंत्रियों और 5 पू्र्व मुख्यमंत्रियों समेत विपक्ष के लगभग वे सारे चेहरे थे जो राजनीति में किसी पहचान के मोहताज नहीं है।
आप छिटक गयी
दिल्ली सरकार के खिलाफ अध्यादेश के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी बैठक में शामिल होने के बाद भी विपक्षी गठबंधन से छिटक गयी और ऐलान कर दिया कि कांग्रेस जिस विपक्ष दलों की बैठक में रहेगी, आप उस बैठक में शामिल नही होगी। इससे साफ हो गया है कि नीतिश कुमार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए जिस गठबंधन को शक्ल दे रहे हैं उसमे केजरीवाल नहीं होंगे। इसके पूर्व बैठक खत्म होने के बाद विपक्षी नेताओं की प्रेस कान्फ्रेंस में नीतिश कुमार ने कहा कि हम बीजेपी को 100 सीटों पर रोकेंगे। कौन दल कितनी सीटों पर लड़ेंगे, क्या फार्मूला होगा, ये सब अगली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुना खड़गे तय कर देंगे। इसके बाद अंतिम रूप से रणनीति बनाकर हम सब 2024 में बीजेपी को परास्त करने के लिए निकल पड़ेंगे।
शिमला बैठक में तय होगी अंतिम रणनीति
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 12 जुलाई को शिमला में फिर सभी विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे और अंतिम रणनीति तय कर देंगे। सीटों और अन्य मसले भी फाइनल हो जाएंगे।
बीजेपी-आरएसएस ने देश की बुनियाद पर चोट की
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेहद संक्षिप्त अपने संबोधन में दोहराया कि बीजेपी-आरएसएस देश की बुनियाद पर आक्रमण किया है, ये विचारधारा की लड़ाई है, हम मिलकर लड़ेंगे, हो सकता है कि जितने दल एक साथ आएं है उनकी विचारधारा में फर्क हो सकता है लेकिन मकसद सबका एक ही है।
हम एक हैं, हम साथ लड़ेंगेः ममता
पश्मिच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी सरकार तानाशाही कर रही है। बंगाल में राजभवन सत्ता दूसरा केन्द्र बना दिया। विपक्षी नेताओं के पीछे ईडी, सीबीआई छोड़ देते हैं। ममता ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, दलितों और महिलाओं के हक के लिए हम मिलकर लड़ेंगे। हम एक हैं, हम साथ लड़ेंगे और हमें विपक्ष मत बोलो, हम भी इस देश के लिए उतनी ही हमदर्दी रखते हैं जितना बाकी रखते हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व
कश्मीर में लोकतंत्र बहाली कबः अब्दुला
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम गांधी के मुल्क को गोड़से का मुल्क नहीं बनने देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधामंत्री अमेरिका में लोकतंत्र पर भाषण देते हैं, जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र कब बहाल होगा ये नहीं बताते हैं। एनसीपी चीफ शरद पवांर ने कहा कि 2024 में हम सब मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दल नहीं दिल मिल गए हैं। वामदलों के नेता सीताराम येचुरी, डी.राजा, दीपांकर भट्टाचार्य, झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विपक्षी एकता को मजबूत बताया।
इसलिए विपक्षी खेमे से छिटक गयी आप
पटना। दरअसल आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल एक माह से देश भर के विपक्षी नेताओं से मिलकर दिल्ली सरकार के खिलाफ केन्द्र सरकार के अध्यादेश को राज्यसभा में चुनौती देने के लिए समर्थन मांग चुके हैं और वे झोली फैलाकर कांग्रेस के पास भी गए थे किन्तु कांग्रेस से कोई सकारात्मक उत्तर न मिलने पर केजरीवाल ने पटना बैठक के एजेंडे में सबसे पहले अध्यादेश पर ही चर्चा की मांग की थी और आज जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के पटना आवास पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक के विपक्षी नेताओं की बैठक शुरू हुई तो केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान की तरफ से ये मुद्दा रखा गया और कांग्रेस से स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया। सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केजरीवाल में तीखी बातचीत भी हुई। राहुल ने दिल्ली सरकार के खिलाफ अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस की तरफ से समर्थन का तत्काल कोई बयान देने से परहेज किया। इसके बाद केजरीवाल नाराज हो गए। बैठक खत्म होने के बाद केजरीवाल, भगवंत मान और राज्यसभा सांसद संजय सिंह पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।