सतना जिले के शहीद पद्मधर सिंह शासकीय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय का उन्नयन प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में किया गया है। प्रदेश के 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का एक साथ उद्घाटन रविवार को इंदौर के अटलबिहारी वाजपेयी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम से भारत सरकार के गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की उपस्थिति में वर्चुअली किया। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के शुभारंभ समारोह का वर्चुअली प्रसारण सभी 55 कॉलेजों में किया गया। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शहीद पद्मधर सिंह शासकीय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय सतना के वर्चुअली शुभारंभ कार्यक्रम में नगरी आवास एवं विकास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी स्थानीय सांसद श्री गणेश सिंह , स्थानीय महापौर योगेश ताम्रकार, महाविद्यालय और जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष सहित प्रोफेसर और छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि सतना जिले के शासकीय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय का उन्नयन प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप किया जाना जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। अब यहॉं पढ़ने वाले 14 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और सर्व-सुविधायें प्राप्त होगी। राज्यमंत्री ने कहा कि कालेज में दर्ज छात्र संख्या में आधी तादाद बेटियों की होना अत्यंत सुखद है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनेक योजनाओं और डिजिटल प्लेटफार्म में इनोवेशन की अपार संभावनायें है। सरकार का लक्ष्य हर देशवासी और प्रत्येक क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने का है। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा तक व्यापक सुधार किये गये हैं। हमारे देश का युवा पूरी दुनिया में अग्रणी है जो अपने टेलेण्ट के माध्यम से हर जगह जाना पहचाना जाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप सब देश का वर्तमान और भविश्य है। समाज के हित में अपने टेलेण्ट से नये-नये इनोवेशन कर देश को शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनाने में योगदान करें। कॉलेज में दर्ज छात्र संख्या में आधी संख्या बालिकाओं की यह दर्शाती है कि महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से बेटा-बेटी का भेद समाज में समाप्त हो चला है। राज्यमंत्री ने कहा कि बेटियां शिक्षित होकर दो परिवारों को शिक्षित और सु-संस्कृत बनाती है।
प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस के अंतर्गत हिंदी ग्रंथ अकादमी काउंटर स्थापित किया गया है। एक कक्ष भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोश्ठ भी बनाया गया है। कालेज में विवेकानंद युवा संसाधन केन्द्र की स्थापना तथा बीएड पाठ्यक्रम और स्नातक स्तर तक कृषि पाठ्यक्रम भी शुरू किये जायेंगे। कालेज के छात्रों को 30 रूपये मासिक शुल्क पर विद्यार्थी बस सेवा भी उपलब्ध कराई जायेगी। राज्य शासन ने कालेज की व्यवस्था के लिए 40 लाख रूपये की राशि लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कार्य कराने के लिए दिये है। महाविद्यालय में सत्र 2021-22 से मध्यप्रदेश शासन की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। इसके पूर्व शासन द्वारा महाविद्यालय को वर्ष 2017 में रूसा परियोजना के तहत 2 करोड़ तथा वर्ष 2021 में विश्व बैंक परियोजना के तहत 7.49 करोड़ की राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है।
पीएम उषा के अंतर्गत प्रदेश के 3 अग्रणी महाविद्यालयों में बड़वानी, छतरपुर के साथ सतना के अग्रणी महाविद्यालय का भी चयन किया गया है। सतना जिले के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को 10 करोड़ की राशि अधोसंरचनात्मक विकास तथा अकादामिक विकास के लिए स्वीकृत की गई है।