नई दिल्ली | नूपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में प्रवासियों ने कुवैत में प्रदर्शन किया। अरब टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत ने घोषणा की है कि वह उन प्रवासियों को डिपोर्ट करेगा, जिन्होंने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया।
नूपुर शर्मा का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर कुवैत के कानूनों और विनियमों का उल्लंघन किया है। कुवैत में प्रवासियों को किसी तरह के विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है – “सूत्रों ने पुष्टि की कि उन लोगों को कुवैत से निर्वासित कर दिया जाएगा, क्योंकि उन्होंने देश के कानून का उल्लंघन किया है, जिसमें कहा गया है कि कुवैत में प्रवासियों की तरफ से धरना प्रदर्शन आयोजित नहीं किया जाएगा।”
इसके अलावा ये कहा गया है कि ऐसे प्रवासियों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया – “कुवैत में सभी प्रवासियों को कुवैत कानूनों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी प्रकार के प्रदर्शनों में भाग नहीं लेना चाहिए।”
रिपोर्ट में कहा गया – “सूत्रों ने पुष्टि की कि उन लोगों को कुवैत से निर्वासित कर दिया जाएगा, क्योंकि उन्होंने देश के कानून का उल्लंघन किया है, जिसमें कहा गया है कि कुवैत में प्रवासियों की तरफ से धरना प्रदर्शन आयोजित नहीं किया जाएगा.”
रिपोर्ट में कहा गया – “कुवैत में सभी प्रवासियों को कुवैत कानूनों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी प्रकार के प्रदर्शनों में भाग नहीं लेना चाहिए,”
मुस्लिम समूहों के प्रदर्शनों और कुवैत, कतर और ईरान जैसे देशों की तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद, बीजेपी ने एक बयान जारी कर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है।