उत्तर प्रदेश | अपने मधुर संगीतों से एक पीढी का बचपन सजाने वाले मशहूर गायक KK का 53 साल की उम्र में निधन हो गया। कोलकाता में कॉन्सर्ट करने गए KK की तबियत कॉन्सर्ट ख़त्म होने के बाद अचानक बिगड़ी। CMRI अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मर्त घोषित कर दिया। शुरुवाती अटकलों में, मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताई जा रही थी मगर डॉक्टरों ने अभी तक मौत की वजह की पुष्टि नहीं की है। कोलकाता के विवेकानंद कॉलेज में केके के आखरी कॉन्सर्ट का आयोजन हुआ था।
गुलज़ार की फिल्म ‘माचिस’ के ‘छोड़ आए हम वो गालियां’ गाने से हिंदी फिल्मों में कदम रखने वाले KK ने बॉलीवुड में 200 से ज़्यादा गाने गाए। उनका पूरा नाम कृष्ण कुमार कुन्नथ था।
चेहरे और सर पर चोट के निशान, असामान्य मौत का केस दर्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केके के चेहरे और सिर पर चोट के निशान मिलें हैं। KK की अस्वाभाविक मृत्यु की आशंका जताते हुए पुलिस ने ‘असामान्य मौत’ का केस दर्ज किया है। हालाँकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही निधन की असल वजह सामने आएगी। पोस्टमार्टम, परिवार की अनुमति के बाद होगा।
क्या रुक सकता था KK का निधन ?
KK की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कोलकाता के एक अनुभवी डॉक्टर कोलकाता हार्ट फाउंडेशन के चेयरमैन, डॉ कुणाल सरकार ने कहा – “KK के कॉन्सर्ट में सभागार क्षमता से अधिक कहीं अधिक भरा हुआ था। ज्यादा से ज्यादा 2 हजार की क्षमता वाले ऑडिटोरियम में 7 हजार लोग जमा थे। ऑडिटोरियम में वेंटिलेशन की समय थी और कोलकाता का मौसम बहुत ही ह्यूमस है। मुझे ऐसा लगता है कि जिस माहौल में KK को शो करना पड़ा था वो सही नहीं था। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण रहा वो महत्वपूर्ण ढाई- तीन घंटे, जो बर्बाद हुए स्थिति को समझने और KK को सीधे हॉस्पिटल न पहुंचा कर होटल ले जाने में। कॉन्सर्ट साउथ कोलकाता में हो रहा था और वहां से KK को करीब 10 किलोमीटर दूर नॉर्थ कोलकाता होटल लाया गया, जिसका कोई मतलब नहीं बनता था। रास्ते में कई अच्छे हॉस्पिटल थे, जहां उन्हें तुरंत मेडिकल सुविधा मिल सकती थी। पर ऐसा नहीं किया गया। इतना ही नहीं होटल में भी 1 घंटे इंतजार के बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया और वो भी जो होटल के बगल में नहीं था। ये पूरा मामला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह एक बहुत बड़ी ट्रैजेडी हुई है, जिसे शायद होने से रोका जा सकता था। मामला खराब कुप्रबंध का भी है।