उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में स्थित पीलीभीत टाइगर रिजर्व अपनी नदियों-नहरों व टाइगर के दीदार के लिए जाना जाता है। पर्यटन सत्र के दौरान देश दुनिया से हजारों पर्यटक जंगल की सैर करने के लिए पीलीभीत आते हैं। लेकिन 15 नवंबर से शुरू हो रहे नए पर्यटन सत्र के दौरान सैलानियों को पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सैर के लिए पहले की अपेक्षा अधिक दाम चुकाने होंगे। वन निगम ने सत्र किरायों में बढ़ोतरी की है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
बता दें कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में स्थित चूका बीच अपने आप में एक अनूठा पर्यटन स्थल है। चूका बीच को मिनी गोवा के नाम से भी जाना जाता है। चूका बीच स्थित थारू और ट्री हट के किराए में इस पर्यटन सत्र में वृद्धि की गई है। पहले यहां ठहरने के लिए 2 लोगों को 4032 रुपए चुकाने होते थे. इस सत्र इसका शुल्क 7080 रुपए कर दिया गया है।
महंगी हुई जंगल सफारी
पिछले पर्यटन सत्र में मुस्तफाबाद की एंट्री प्वाइंट से शुरू होने वाली सफारी के लिए पर्यटकों को 2832 रुपए चुकाने होते थे। वहीं इस बार सफारी का शुल्क 4130 रुपए निर्धारित किया गया है। शहर के नेहरू पार्क से शुरू होने वाले सफारी के लिए पर्यटकों को 4130 रुपए अदा करने पड़ते थे। लेकिन इस सत्र शुल्क बढ़ाकर 4720 रुपए कर दिया गया है।
ऐसे करिये पीलीभीत तिगफ्रेसेर्वे की सैर
15 नवंबर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू हो रहा है। फिर भी टैग्रेसर की सैर करने के लिए सैलानी पीलीभीत शहर स्थित नेहरू पार्क से सफारी बुक कर सकते हैं।
इसके साथ ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व की वेबसाइट https://pilibhittigerreserve.in/ पर भी ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।