नई दिल्ली | कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कांग्रेस में नेतृत्व बदलाव की बात की। उन्होंने कहा कुछ साथी दो साल पहले पार्टी को सक्रिय करने के लिए आगे आए थे।
यह कोई G-23 या जी हजूरी थी। यह संख्या 25 भी हो सकती थी। दो साल पहले कोविड-19 के लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली आ सके ऐसे साथियों ने एक चिट्ठी लिखी थी। वे चाहते थे कि पार्टी अच्छी हो जाए। ज्यादा एक्टिव हो जाए, इसीलिए उनके साथी लिखकर ये बताना चाहते थे कि पार्टी को रिवाइव करने का कोई उपाय निकले।
इस बात को 2 साल हो चुके हैं, अब तक कोई ज्यादा बदलाव हो नहीं पाए हैं। इसलिए कह रहे हैं कि कुछ प्रोग्रेस होनी चाहिए. कांग्रेस में कुछ बदलाव होने चाहिए. इसको लेकर वर्किंग कमेटी में भी चर्चा होनी चाहिए।
थरूर ने PM MODI को भी घेरा
थरूर ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि मोदी जबरदस्त और डायनामिक व्यक्ति हैं, जो राजनीतिक नजरिए से काफी इंप्रेसिव है। लेकिन, उनका एक नकारात्मक पहलू भी है।
पीएम मोदी की कार्यशैली अपने देश को जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर बांटने का काम करती है। ये समाज के लिए जहर है। यही देश में चिंता का विषय भी है। यह काम वो अकेले नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनकी पूरी पार्टी भी इसी काम में लगी है।
बता दें, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा कि लोग महंगाई और बेरोजगारी को छोड़कर धर्म के नाम पर वोट कर रहे हैं। उत्तराखंड और गोवा में कांग्रेस की जीत हो सकती थी, लेकिन क्यों नतीजे उल्टे हुए इस पर मंथन होना चाहिए।
वहीं, यूपी में बीजेपी की दोबारा सरकार बनने पर उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार जरूर बनी है, लेकिन समाजवादी पार्टी भी मजबूत बनकर उभरी है। उन्होंने कहा है कि सपा का वोट बढ़ा है और विधानसभा में ये पार्टी एक मज़बूत विपक्ष बनकर उभरी है।