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Delhi Weekend Curfew: दिल्ली सरकार ने राज्य में लागू किया वीकेंड कर्फ्यू, जानें क्या है पाबंदिया और कहा मिल रही छूट

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में नए साल से कोरोना के मामलो में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जिसके मद्दे नज़र दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने राज्य में वीकेंड कर्फ्यू लागू कर दिया है। यानी शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा और इस दौरान बेवजह घर से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी। वीकेंड कर्फ्यू की जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि ओमिक्रॉन संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही और इसके लक्षण भी हल्के हैं, इसलिए ज्यादा सख्त पाबंदी नहीं लगाई जा रही है।

दिल्ली सरकार ने कोरोना की रफ़्तार को देखते हुए तीन मूलभूत परिवर्तन किये है, साथ ही जानें सरकार ने किन चीज़ों पर दी है छूट-

1. वीकेंड कर्फ्यूः दिल्ली में शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा. शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक ये कर्फ्यू लागू रहेगा. इस दौरान बेवजह घर से निकलने पर पाबंदी रहेगी.

2. सरकारी ऑफिस वर्क फ्रॉम होमः जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सारे सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे. इस दौरान सरकारी कर्मचारी ऑनलाइन या वर्क फ्रॉम होम मोड में काम करेंगे. निजी दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारियों को आने की इजाजत होगी.

3. मेट्रो-बस में फुल कैपेसिटीः कोविड के चलते मेट्रो और बस में यात्रियों की संख्या सीमित कर दी गई थी, जिसे हटा दिया गया है. अब फिर से मेट्रो और बस फुल कैपेसिटी के साथ चल सकेंगे. यात्रियों को मास्क पहनना जरूरी होगा. बगैर मास्क के किसी को एंट्री नहीं होगी.

संक्रमण दर 5% से ज्यादा, फिर भी रेड अलर्ट क्यों नहीं?
दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने कोविड मैनेजमेंट के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) तैयार किया है. इसके मुताबिक, पॉजिटिविटी रेट लगातार दो दिन 5 फीसदी से ज्यादा होगा तो रेड अलर्ट यानी टोटल कर्फ्यू लगा दिया जाएगा. दिल्ली में रविवार को 4.59% और सोमवार को 6.46% पॉजिटिविटी रेट था, फिर भी रेड अलर्ट नहीं लगाया गया है.

जानें क्या बोले मनीष सिसोदिया?
इस बारे में मनीष सिसोदिया ने बताया कि ओमिक्रॉन के मरीजों में हल्के लक्षण हैं और ज्यादातर को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है. उन्होंने कहा कि कि दिल्ली में अभी 124 कोरोना मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और 7 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. इसलिए रेड अलर्ट नहीं लगाया गया है।

मेट्रो और बस में फुल कैपेसिटी अलाउ क्यों?
दिल्ली सरकार ने बीते हफ्ते कोरोना को काबू करने के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया था. इसके तहत मेट्रो और बस को 50 फीसदी कैपेसिटी से चलने की ही इजाजत थी। सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली मेट्रो और बस में 50 फीसदी क्षमता को ही बैठने की अनुमति मिलने की वजह से मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड पर भीड़ जुट रही थी. इससे ये जगह सुपर स्प्रेडर बन सकती थीं. इसलिए मेट्रो और बस पर लगी ये पाबंदी हटा दी गई है।

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