Zindademocracy

बिहार में BPSC विरोध: सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं की होड़ और विकल्पों की तलाश बिहार में BPSC विरोध

बिहार में BPSC विरोध

बिहार में BPSC विरोध: सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं की होड़ और विकल्पों की तलाश

बिहार में हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षाओं को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी देखी गई। परीक्षा प्रक्रिया में देरी और पारदर्शिता की कमी ने युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। लेकिन यह केवल बिहार तक सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों में भी सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया को लेकर युवाओं का आक्रोश उभर कर सामने आता रहता है।

सरकारी नौकरियों का आकर्षण: क्यों इतना महत्व?

यूपी-बिहार जैसे राज्यों में सरकारी नौकरी को समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान हासिल है।

  1. सामाजिक सुरक्षा: सरकारी नौकरी को स्थायित्व और पेंशन जैसी सुविधाओं के कारण आदर्श माना जाता है।
  2. परिवार की अपेक्षाएं: युवाओं पर परिवार का दबाव रहता है कि वे सरकारी नौकरी पाकर “सुरक्षित भविष्य” सुनिश्चित करें।
  3. सीमित निजी अवसर: इन राज्यों में निजी क्षेत्र के रोजगार के अवसर कम होने से सरकारी नौकरियां प्राथमिकता बनती हैं।
  4. सम्मान: ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में सरकारी नौकरी को सम्मान और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।

युवाओं के सामने विकल्प: सरकारी नौकरी के अलावा क्या?

आज की दुनिया में सरकारी नौकरी एकमात्र विकल्प नहीं है। युवाओं के लिए कई नए क्षेत्र और अवसर उपलब्ध हैं, जिन्हें अपनाकर वे अपने करियर को ऊंचाई दे सकते हैं।

  1. स्टार्टअप और उद्यमिता:
    • सरकार ने स्टार्टअप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत युवाओं को अपने व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
    • ऋण सुविधा, मेंटरशिप और मार्केटिंग सपोर्ट जैसे प्रयास स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रहे हैं।
  2. निजी क्षेत्र और कॉर्पोरेट जॉब्स:
    • आज आईटी, ई-कॉमर्स, और वित्तीय सेवाओं में अवसरों की कोई कमी नहीं है।
    • बड़ी कंपनियां ग्रामीण और छोटे कस्बों के युवाओं को रोजगार दे रही हैं।
  3. फ्रीलांसिंग और डिजिटल स्किल्स:
    • डिजिटल मार्केटिंग, कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइन, और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में फ्रीलांसिंग के जरिए युवा अच्छी कमाई कर सकते हैं।
    • प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे Upwork और Fiverr ने युवाओं को ग्लोबल मार्केट से जोड़ने का अवसर दिया है।
  4. स्किल्ड ट्रेड्स और वोकेशनल ट्रेनिंग:
    • तकनीकी कोर्स और स्किल्ड ट्रेड्स (जैसे इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर) के माध्यम से युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
    • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) इस दिशा में मदद कर रही है।
  5. कृषि और संबद्ध क्षेत्र:
    • एग्री-बिजनेस और जैविक खेती में युवाओं के लिए नए अवसर हैं।
    • कृषि क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ रहा है, जिससे रोजगार के नए रास्ते खुल रहे हैं।
2025 में क्रिप्टोकरेंसी बाजार की संभावनाएं: कौन-से टोकन दे सकते हैं अद्भुत रिटर्न?

 

सरकार के प्रयास: स्किल इंडिया और रोजगार सृजन

सरकार ने युवाओं को रोजगार दिलाने और उनकी स्किल बढ़ाने के लिए कई योजनाएं और पहल शुरू की हैं।

  1. स्किल इंडिया मिशन:
    • युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
    • 2024 तक 40 करोड़ लोगों को स्किल्ड बनाने का लक्ष्य है।
  2. प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY):
    • स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए आसान ऋण प्रदान किया जा रहा है।
  3. मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत:
    • इन योजनाओं के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं।
  4. डिजिटल इंडिया:
    • युवाओं को डिजिटल स्किल्स के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वे ग्लोबल जॉब्स के लिए तैयार हो सकें।
  5. नवाचार केंद्र:
    • बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में नवाचार केंद्र और ट्रेनिंग हब स्थापित किए जा रहे हैं।

सरकारी नौकरियों के प्रति युवाओं की दीवानगी को समझा जा सकता है, लेकिन यह वक्त का तकाजा है कि वे अपने दृष्टिकोण को व्यापक करें। स्टार्टअप, निजी क्षेत्र, और स्किल-आधारित नौकरियां युवाओं को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाएंगी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाएंगी।
सरकार को भी अपनी नीतियों को और प्रभावी बनाते हुए बैकलॉग की समस्या को हल करना होगा और भर्ती प्रक्रियाओं को तेज करना होगा। आज के युवाओं के लिए जरूरी है कि वे नई संभावनाओं को अपनाएं और एक समृद्ध और संतुलित जीवन की ओर बढ़ें।

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram
Trending